बालाजी सोनी अस्पताल बना संजीवनी, सानिया के बच्चे को मिला नया जीवनदान कस्बे में स्थित बालाजी सोनी अस्पताल ने एक बार फिर से चमत्कार कर दिखाया है। झाग के पास सालरसू सांवली गांव में रहने वाले रईस के यहां 14 जून को एक बच्ची ने जन्म लिया जिसका स्वास्थ्य जन्म के 6 दिन बाद काफी बिगड़ने लगा। वह केवल 900 ग्राम की थी एवं उसको सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी, शरीर में इंफेक्शन फैल गया था एवं पीलिया भी हो गया था, जिसकी वजह से बच्ची की स्थिति काफी गंभीर थी एवं माता पिता के अनुसार उसके बचने की उम्मीद बिल्कुल कम थी। उन्होंने फिर बच्ची को बालाजी सोनी अस्पताल में भर्ती कराया जहां बच्ची का उपचार डॉ. वैभव अग्निहोत्री (शिशु रोग विशेषज्ञ) एवं उनकी टीम द्वारा किया गया । अस्पताल में बच्ची को आईसीयू में रखा गया एवं श्वास देने के लिए ऑक्सीजन एवं CPAP दी गई, आईवी फ्लुएड्स और एंटीबायोटिक दवाइयों का इस्तेमाल किया गया। पूरे 10 दिन के निरंतर कठिन परिश्रम के बल पर कल बच्ची को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल से डिस्चार्ज करते समय बच्ची का वजन बढ़कर 2 किलो हो गया एवं वो एकदम स्वस्थ दिखाई पड़ी।