नज़र को बदलो तो नज़रिये बदल जाते हैं, सोच को बदलो तो सितारे बदल जाते हैं, कश्तियाँ बदलने की ज़रुरत नहीं, दिशा को बदलो तो किनारे खुद-ब-खुद बदल जाते हैं। भूमिका राजस्थान स्थित सिरोही जिले की रहने वाली है और उसके पिता एक किसान हैं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ख़राब थी और वह अपने परिवार को इस गरीबी से बाहर निकालना चाहती थी।
Skill Oriented National Institute की ओर से कराये जाने वाले GDA Course को करना भूमिका के लिए एक बेहतरीन अवसर साबित हुआ। इस कोर्स को करने के पश्चात् उसकी नौकरी 10,000 प्रतिमाह की दर से महात्मा गाँधी अस्पताल में लग गयी। आज वह आत्मनिर्भर है तथा अपने परिवार की आर्थिक रूप से हर संभव मदद करने में सक्षम है। भूमिका का यह अनुभव हमे दर्शाता है की आशावादी व्यक्ति हर आपदा में एक अवसर देखता है जबकि निराशावादी व्यक्ति हर अवसर में एक आपदा देखता है ।