मेहनत का रास्ता भले ही कठिन हो पर उसके फल हमेशा मीठे होते है।
सुनारी कुमारी सिरोही, राजस्थान की रहने वाली है। सुनारी सात भाई-बहन है और वही दूसरी ओर उसके पिता एक किसान है। घर की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण, उसके पिता अपने परिवार के सदस्यों का खर्चा उठाने में असमर्थ थे। इन सब का असर सुनारी की पढ़ाई पर हुआ, घर में ज्यादा सदस्य होने के कारण सुनारी के पिता उसके आगे की पढ़ाई का खर्चा ना उठा सके। जिसके कारण वर्ष 12 वीं के बाद सुनारी की पढ़ाई रुक गई।
पर सुनारी में लगन भी थी और मेहनत करने की ताकत भी और इसीलिए उसने बिना हार माने Skill Oriented National Institute से GDA course करने का मन बना लिया। कोर्स के खत्म होने के बाद सुनारी की CIMS हॉस्पिटल, अहमदाबाद में 12,500 रूपए प्रतिमाह में नौकरी लग गई। अब सुनारी अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में सक्षम है और अपने काम से बहुत ही खुश है।